मेरे गांव की खुसबू , मेरे गांव की यादे

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mere gaon ki yaade

mere gaon ki yaade

अपनी गॉवो की यादो को अपने साथ समेटे हुए .. ऐ मेरे गांव की सड़को , ऐ मेरे गांव में बिताये हुए मेरे बचपन की यादो… मैं जा रहा हु । तुझसे दूर…

जाने का तो बिलकुल मन नहीं कर रहा, पर फिर भी दिल में पत्थर रख कर जा रहा हु ” शहर की ओर ”  ऐ मेरे गांव की मिट्टी , और मेरे गांव के रास्ते जहा में बेफिक्र होकर दौड़ा करता था , जहा न आज की फ़िक्र थी और ना कल की , और ना किसी चीज़ की चिन्ता थी पर आज सब कहते है “मैं बड़ा हो गया हु“।

mere gaon ki yaade
Mera Uttarakhand

मुझे अपने पैरो पर खड़ा होना है , मुझे रूपये कमाने है । क्या इसी का नाम ज़िंदगी है में बड़ा नहीं होना चाहता , काश ऐसा हो की मैं बड़ा ही ना हु कभी। मम्मी पापा बहुत याद आती है घर की , वो मेरे बचपन के दिन जब पड़ोस के भाई बहनो के साथ रामलीला करते थे ।

दुसरो के खेतो मैं मैच खेला करते थे , और मैच खेलते खेलते जब गेंद दुसरो के मटर के खेतो मैं जाती थी तो गेंद के साथ साथ हम बहुत सारी मटर भी चपत कर आते । वो मम्मी पापा और पड़ोसियों की डांट । ” इन लोगून सब मटर कचून हेले ( सब मटर खराब कर दी इन लोगो ने ) “।

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तब तो सब लोगो पर बहुत गुस्सा आता था पर जब आज उन बातो को याद करता हु तो वही बाते बहुत हसाती है । खाली हो गया है मेरा गांव अब, अब नहीं दबती किसी की फसल , अब नहीं होता मेरे गांव के खेतो मैं हल्ला । क्युकी अब सब बच्चे बड़े हो गए , कुछ पैसे कमाने के लिए गांव से दूर और कुछ मजबूरियों के कारण अपने गांव से दूर चले गए ।
मैं भी उन्ही मैं से एक हु ।

mere gaon ki yaade
Mera Uttarakhand

” पर ऐ मेरे गांव की मिटटी , मेरे बचपन की यादो मेरा वादा है तुझसे मैं जल्द ही वापस आऊंगा और हमेसा तेरे पास रहूंगा ।

आज जब भी ऑफिस मैं बैठे हुए अपने गांव की याद आती है तो चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान के साथ साथ आसु की कुछ बुँदे अपने आप आ जाती है पर छुपाता हु इन चीज़ो को सबसे क्युकी “अब मैं बड़ा हो गया हु “ ….

21 thoughts on “मेरे गांव की खुसबू , मेरे गांव की यादे

  1. U beautifully described the feeling of leaving our home…u made me remeber that day when i left my hometown just because of my job😭…hearttouching lines..

  2. Bilkul Sahi kaha…Kaash yahi pahad m kaam hota toh shayad humko Shehar na aana pdta.. humare ghar m taale na lgte… Hum Apne pahad m hi rehte… Paisa kamane k liye shehro k aur Jana pdta h…

  3. Pahado me rhne ka mja hi kuch or he jo sukun yaha milta he vo kahi nhi milta…Heart touching story ❣️🤗

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